AI की दुनिया के सबसे बड़े तीन बड़े नाम ChatGPT, Bard और Ernie हैं.
ChatGPT को पिछले साल नवंबर में पब्लिकली लॉन्च किया गया था। जब से यह टूल लॉन्च हुआ है, इस AI टूल ने पूरी दुनिया में सभी का ध्यान आकर्षित किया है। 100 million monthly एक्टिव यूज़र्स के साथ, यह तेजी से बढ़ता हुआ ऑनलाइन प्लेटफॉर्म बन गया है। लॉन्चिंग के महज दो महीने में ही इस प्लेटफॉर्म ने यह मुकाम हासिल कर लिया।
सेंसर टावर ने बताया कि TikTok के 9 महीने में 10 करोड़ यूजर्स हो गए, जबकि कंपनी को 10 करोड़ यूजर्स तक पहुंचने में 9 महीने लगे। इंस्टाग्राम के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ, जिसने 2.5 साल में इस मुकाम को हासिल किया। ChatGPT के तेजी से Growth के जवाब में, अन्य व्यवसायों को इसके बारे में पता चला। यह विशेष रूप से महत्वपूर्ण है जब Microsoft OpenAI की मूल कंपनी में $10 बिलियन का निवेश किया है। इसलिए, AI Chatbots ने दो चाइनीज टेक कंपनियों TikTok और Baidu का भी ध्यान आकर्षित किया। यहां हम ऐसी स्थिति में ChatGPT और इसके कॉम्पिटिटर के बारे में चर्चा करने जा रहे हैं।
ChatGPT by OpenAI:
ChatGPT का पहला कार्यान्वयन 2019 में हुआ था। AI मॉडल जिसे संवादी AI के लिए भारी टेक्स्ट डेटा पर प्रशिक्षित किया जाता है। इस स्थिति में कई विषयों पर मानव जैसी भाषा में प्रतिक्रिया दी जाती है। इस प्रणाली में एक ट्रांसफार्मर आर्किटेक्चर का उपयोग किया जाता है। प्राकृतिक भाषा प्रसंस्करण के लिए एक प्रभावी तरीका, जो एक प्रकार का तंत्रिका नेटवर्क है। चैटजीपीटी की बुद्धिमत्ता के कारण अमेरिका में कुछ छात्रों ने निबंध लिखने के लिए इसका इस्तेमाल करना शुरू कर दिया है। यही कारण है कि दुनिया भर के कॉलेज अब इस पर प्रतिबंध लगा रहे हैं।
Google’s Bard:
ChatGPT को टक्कर देने के लिए अब गूगल ने भी अपना AI सर्विस टूल पेश किया है. यह टूल भी कन्वर्सेशनल AI चैटबॉट का काम करता है. ऐसा माना जा रहा है की गूगल का यह टूल ChatGPT को कॉम्पिटिशन जरूर देगा। गूगल के CEO सुन्दर पिचाई ने अपनी ब्लॉग में यह जानकारी दी थी की इस टूल को फ़िलहाल टस्ट्रेड टेस्टर्स के उनके एक ग्रुप में ही लागु किया गया है. कुछ ही समय में इस टूल को पुब्लिक में लॉन्च किया जायेगा।
Ernie by Baidu:
Ernie का पूरा नाम है- एन्हांस्ड रिप्रेजेंटेशन थ्रू नॉलेज इंटीग्रेशन. ये एक AI वाला लैंग्वेज मॉडल है, जिसे चाइनीज़ टेक की दिग्गज कम्पनी Ernie के द्वारा साल 2019 में पेश किया गया था. कंपनी का कहना है की उन्होंने धीरे-धीरे ग्रोथ किया है. अब ये भाषा को समझने का, किसी भी भाषा में जवाब देने का और टेक्स्ट-टू-इमेज जनरेशन का काम कर ने में सक्षम है. इस सर्विस को बतौर स्टैंडअलोन ऐप पेश करने का कंपनी का लक्ष्य है. जैसे जैसे इसकी सफलता मिलेगी वैसे बाद में धीरे-धीरे इस टूल को सर्च इंजन के साथ मर्ज करने का भी लक्ष्य बताया गया है. इस टूल को आनेवाले मार्च महीने में लॉन्च किया जा सकता है.